पंचतंत्र की कहानी : कंजूस बंजारा । Panchtantra Kids Story
पंचतंत्र की कहानी : कंजूस बंजारा । Panchtantra Kids Story-: बहुत समय पहले की बात है। शिकारपुर नामक एक गांव में एक आदिवासी बंजारे रहते थे। इन बंजारों का मुख्य काम था- शादी विवाह के शुभ अवसर पर लोगों के यहां नाच गान कार्यक्रम करना। वह दूर दूर तक नाचने गाने के लिए जाते और उसी से अपना गुजारा करते थे।
इस बंजारे में एक सरदार था, जिसका नाम हरि किशन था। हरि किशन बहुत ही घमंडी और कंजूस व्यक्ति था। वह हमेशा अपने बंजारे के अन्य लोगों पर अपना धौंस दिखता था। वह हमेशा अन्य लोगों से खूब काम करवाता थी। किशनलाल के इसी बुरी आदत के कारण सभी उससे नफरत करते थे।
बंजारे के अन्य लोग जो भी कमा कर लाते थे। हरि किशन सब रख लेता था। उन्हें कुछ भी नहीं देता था। यहां तक कि हरि किशन उन सबको भर पेट भोजन भी नहीं देता था। यह देख बंजारे के सभी लोग काफी चिंतित रहा करते थे। इस बंजारे के अन्य लोग खूब मेहनत करके नाच-गान करके पैसा कमाते थे। परन्तु सारा धन किशन लाल ही हरप लेता था।
एक दिन उसी गांव के राजा ने उस बंजारे के सरदार हरि किशन को अपने यहां एक कार्यक्रम में बुलाया। राजा ने कहा कि तुम अपनी बांकी के अन्य सदस्यों के साथ कल राजमहल में आना। वहां एक कार्यक्रम का आयोजन है। हरि किशन ने बहुत खुश होते हुए कहा कि ठीक है महाराज कल मैं नियत समय पर पहुंच जाऊंगा।
अगले दिन सभी बंजारे राजमहल पहुंचे और उन्होंने वहां रात भर नाच गान कार्यक्रम किया। उसके इस मनोरंजन से राजा बहुत खुश हुआ उसने सभी बंजारे को भर पेट खाना खिलाया भेंट के रूप में नए नए कपड़े दिए और बहुत सारी स्वर्ण मुद्राएं भी उपहार स्वरूप भेंट किया। इसके बाद सभी बंजारे ने राजा का धन्यवाद किया और अपने घर की ओर लौट गए।
अगले दिन हरि किशन ने फिर से उन लोगों पर अपना रॉब दिखाने शुरू कर दिया और उसने राजा से मिलने वाली सभी स्वर्ण मुद्राएं भी अपने ही पास रख ली। यह देख सभी बंजारे दूसरे कबीले वालों के साथ रहने लगे। सभी बंजारे ने किशन लाल के साथ रहने से मना कर दिया और पूरे परिवार के साथ सभी अन्य दूसरे कबीले के साथ रहने लगे।
सभी के छोड़ कर चले जाने के कारण हरि किशन बिल्कुल अकेला रह गया। उसे अपनी गलती पर बहुत पश्तावा होने लगा। परन्तु अब हो ही क्या सकता था ? सभी लोग उसे छोड़ कर दूसरे कबीले में रहने जा चुके थे।
इस कहानी से सीख-: इस कहानी पंचतंत्र की कहानी : कंजूस बंजारा । Panchtantra Kids Story से हमें यह सीख मिलती है कि हमें कभी भी किसी अन्य व्यक्ति को परेशान नहीं करना चाहिए। यदि हमारे अंदर कोई अन्य व्यक्ति काम करता है तो उसे उचित रुपए और साथ ही साथ उसका ख्याल भी रखना चाहिए। ताकि वह भविष्य बाद में नुकसान न उठाना पड़े।
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