गुरुवार, 9 जुलाई 2020

भेड़िया और सुनैना का विवाह । Panchtantra Stories in Hindi

भेड़िया और सुनैना का विवाह । Panchtantra Stories in Hindi

भेड़िया और सुनैना का विवाह । Panchtantra Stories in Hindi-: एक समय की बात है मणिपुर नामक एक गांव में एक बहुत ही दयालु राजा रहता था उसका नाम चंद्रसेन था वह हमेशा अपनी प्रजा की भलाई के बारे में ही सोचते थे उस गांव के सभी लोग बहुत खुशी से अपना जीवन व्यतीत करते थे

भेड़िया और सुनैना का विवाह । Panchtantra Stories in Hindi
भेड़िया और सुनैना का विवाह । Panchtantra Stories in Hindi

चंद्रसेन के इस ख्याति से उसके आस-पड़ोस के अन्य राजा उससे इर्ष्या करते थे और हमेशा चंद्रसेन पर आक्रमण करने की योजना बनाते रहते थेचंद्रसेन को कोई पुत्र नहीं हुआ था इसलिए वह हमेशा बहुत चिंतित रहते थे बहुत पूजा पाठ और यज्ञ करने के बाद चंद्रसेन को एक पुत्र की प्राप्ति हुई थी जिसका उन्होंने नाम शंकर रखा था


अपने पुत्र प्राप्ति के खुशी में चंद्रसेन ने पूरे गांव में लोगों को नए कपड़े व मिठाईयां बांटी इधर शंकर अभी मात्र 5 वर्ष के ही हुए थे कि उनके पिता महाराज चंद्रसेन देखते ही देखते बूढ़े हो गए जब पड़ोसी गांव के राजा को यह पता चला तो उन्होंने चंद्रसेन पर आक्रमण कर दिया इस आक्रमण में चंद्रसेन और उसकी पत्नी की मृत्यु हो गई

परंतु चंद्रसेन के महल में रहने वाले एक ऋषि ने शंकर को बचाकर एक गुफा में लेकर चले गए उस ऋषि ने शंकरको छुपाकर मणिपुर राज्य के खजाना गृह में रख दियाजब शंकर की नींद खुली तो उसने अपने आप को एक अंधेरी गुफा में पाया वहां पर काफी स्वर्ण मुद्राएं एवं काफी अस्त्र शस्त्र रखी हुई थी

शंकर को बहुत आश्चर्य हुआ कि मैं कहां आ गया हूं जहां चारों तरफ सोने ही सोने और हीरे जवाहरात हैं तभी उन्हें एक व्यक्ति अंधेरी गुफा की और आते दिखा शंकर ने बिना समय गवाएं झट से एक तलवार निकाली और उस व्यक्ति पर वार कर दिया जब शंकर ने ध्यान से देखा कि जिस पर उसने वार किया वह एक ऋषि है तो उन्हें अपने किए पर पछतावा होने लगा

परंतु वह ऋषि क्रोधित हो उठे और उन्होंने कहा मूर्ख बालक मैंने तुम्हारे प्राण बचाए और तूने मुझे ही मृत्यु दे दिया अपनी क्रोध में ऋषि ने शंकर को भेड़िया बना दिया उन्होंने शंकर को श्राप दिया कि  जब तक तुम्हारा विवाह किसी पवित्र लड़की से नहीं हो जाता, तब तक तुम इसी भेड़िया की अवस्था में ही रहोगे यह कह कर उस ऋषि की मृत्यु हो जाती है

ऋषि के श्राप से शंकर भेड़िया बन गया। वह रोने लगा परन्तु अब किया ही क्या जा सकता था ? जब
शंकर सुबह में गुफा से बाहर निकलता है तब गांव वाले उन्हें मारने लग जाते हैं इस डर से शंकर रात के समय ही बाहर निकलता था


एक दिन बहुत तेज बारिश हो रही थी शंकर को बहुत ठंड लग रही थी इसलिए इसने घूमते-घूमते गांव के एक घर के दरवाजे को खटखटाया जब दरवाजा खुला तो उसमें से एक सुंदर कन्या बाहर निकली जब लड़की ने शंकर को देखी तो काफी डर गई क्योंकि वह भेड़िया था उस लड़की का नाम सुनैना था शंकर ने कहा कि मुझे बहुत ठंड लग रही है डरो मत मैं तुम्हें नुकसान नहीं पहुंचाऊंगा

भेड़िया और सुनैना का विवाह । Panchtantra Stories in Hindi
भेड़िया और सुनैना का विवाह । Panchtantra Stories in Hindi

तब उस लड़की ने डरते डरते शंकर को अंदर बुला लिया सुनैना के माता-पिता बचपन में ही गुजर गए थे वह उस घर में अकेली रहती थी शंकर ठंड से कांप रहे थे इसलिए सुनैना ने उसके लिए गर्म पानी ला कर दिया। शंकर ने गर्म पानी पिया और सुनैना को धन्यवाद दिया और दोनों सो गए

सुबह होते ही शंकर चुपचाप घर से बाहर निकल गए अगले दिन वह फिर रात के समय सुनैना के घर पहुंचे तब सुनैना ने उन्हें डांटते हुए कहा कि बिना बताए क्यों चले गए थे ? मैं तुम्हें ढूंढ रही थी पूरे घर में तब शिवाजी ने क्षमा मांगी और कहा कि अब बिना बताकर नहीं जाऊंगा

धीरे-धीरे सुनैना और शंकर के बीच लगाव बढ़ता चला गयाएक दिन शंकर बहुत घायल अवस्था में सुनैना के घर पहुंचे यह देख सुनैना रोने लगी फिर उसने शंकर की मरहम पट्टी कर दी और दोनों सो गए सुबह जब शंकर की नींद खुली तो उसने देखा कि सुनैना उसके पैर के पास ही सो रही है


यह देख शंकर ने सुनैना को नींद से जगाया और कहा कि क्या तुम मुझसे प्रेम करती हो। सुनैना ने हाँ में उत्तर दिया। फिर शंकर ने कहा क्या तुम मुझसे विवाह करोगी यह सुन सुनैना सोच में पड़ गई

वह सोचने लगी कि कैसे एक भेड़िया से शादी कर सकती है, पर शंकर का दिल न दुखे इसलिए हां कर दि यह सुन शंकर बहुत प्रसन्न हुए दोनों ने विवाह किया फिर अगले दिन जब सुनैना सो रही थी तो उसने देखा कि उसके बगल में एक बहुत ही सुंदर पुरुष सोया है यह देख वह डर गई

तब तक शंकर की भी नींद खुल चुकी थी तब उन्होंने सुनैना को अपने श्राप के बारे में बताया फिर  यह सुन सुनैना काफी खुश हो गई और दोनों हंसी खुशी अपना जीवन व्यतीत करने लगे

कैसी लगी ये "भेड़िया और सुनैना का विवाह । Panchtantra Stories in Hindi" की कहानी नीचे Comment करके जरुर बताएं. यदि आप किसी विशेष टॉपिक पर कहानी पढ़ना चाहते हैं तो नीचे उस टॉपिक नाम हमें Comment करके जरुर बताएं. ताकि हम उस टॉपिक पर आपके लिए एक अच्छी पोस्ट लिख सकें

---------✱---------

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

For read Majedar Hindi Kahaniya Please Subscribe my Website.