एक बार की बात है I हरिपुर नामक गांव में एक बहुत ही निर्धन किसान रहता था I वह काफी निर्धन था I उसके जीवन में बहुत सारी कठिनाइयां थी I उसे मुश्किल से ही दो वक्त की रोटी भी मिल पाती थी I अपने इस स्थिति से वह हमेशा परेशान रहता था I वह अपनी छोटी मोटी जरूरतें भी पूरी नहीं कर पाता था I अपने जीवन से निराश होकर उसने निश्चय किया कि वह खुदखुशी कर लेगा I यह सोच कर वह पास की नदी में कूद गया I उसी समय एक महात्मा वहां से गुजर रहे थे I उन्होंने उस किसान को नदी में कूदते हुए देखा I उन्होंने उसे बचाने के लिए खुद भी नदी में कूद गए और कुछ देर बाद उन्होंने उस किसान को बचा लिया I
जब किसान को होश आया तो महात्मा जी ने उससे पूछा कि तुम मरने क्यों जा रहे थे ? तब रोते हुए किसान ने अपनी सारी बातें बताई I कुछ देर बाद महात्मा जी ने उस किसान से कहा कि उसके पास एक जादुई घड़ा है I यदि तुम मेरे आश्रम में दो वर्ष तक मेरी सेवा करोगे तो मैं वो जादुई घड़ा तुम्हें दे दूँगा और यदि तुम्हें मेरे आश्रम में पाँच वर्षों तक मेरी सेवा की तो मैं तुम्हें घड़ा बनाने की विधि बता दूँगा I
किसान ने सोचा कि पाँच वर्षों तक कौन सेवा करेगा I उसने महात्माजी से कहा कि वह दो वर्षों तक सेवा करेगा I और वह बड़ी मेहनत और लगन से उस महात्माजी की सेवा करने लगा I दो वर्षों के बाद महात्मा ने किसान को वह जादुई घड़ा दे दिया और कहा कि तुम इस जादुई घड़ा की मदद से जो चाहे वो मांग सकते हो और यह तुम्हारी सारी मनोकामनाएं पूरी कर देगा I
लेकिन याद रखना जब कभी यह जादुई घड़ा फूट जायेगा तब तुम फिर से निर्धन की तरह रह जाओगे I जादुई घड़ा की मदद से तुम जो कुछ भी धन, महल, खेत आदि पाओगे वह सब खत्म हो जायेगा और तुम पहले कि तरह ही निर्धन हो जाओगे I किसान उस जादुई घड़ा को लेकर अपने घर चला गया I इस घड़ा की मदद से किसान बहुत अमीर हो गया I उसके पास बहुत सारा धन और रहने के लिए एक बहुत बड़ा महल था I वह घड़ा को बहुत संभाल कर रखता था I उसे अब किसी भी चीज की कमी नहीं थी I धीरे-धीरे उसके अंदर घमंड आ गया I उसके अंदर कुछ बुरी आदतें भी आ गई I
एक दिन वह बहुत गुस्से था और गुस्से में ही उसने गलती से उस जादुई घड़े में लात मार दिया जिससे घड़ा तुरंत फूट गया I घड़ा के फूटते ही वह किसान फिर से पहले जैसा गरीब हो गया I उसे अपनी गलती पर बहुत पछतावा हो रहा था कि काश ! वह उस महात्माजी से इस जादुई घड़े को बनाने की विधि सीख लेता I
इस कहानी किसान और जादुई घड़ा की कहानी | Farmer Moral Story in Hindi से सीख हमें यही सीख मिलती है कि यदि लम्बे समय तक सफल होना है तो बहुत धैर्य व कठिन परिश्रम करना होगा क्योंकि बड़ी सफलता पाने का कोई शोर्टकट नहीं होता है I जल्दी मिलने वाली सफलता अधिक दिनों तक नहीं टिकती है I इसलिए हमें हमेशा धैर्य बनाये रखना चाहिए I
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