रविवार, 9 अगस्त 2020

प्रेरणादायक कहानी : साधु की झोपड़ी। Positive Thinking Story

प्रेरणादायक कहानी : साधु की झोपड़ी। Positive Thinking Story

प्रेरणादायक कहानी : साधु की झोपड़ी। Positive Thinking Story-: हनुमान नगर में दो साधु रहते थे। वे दोनों दिनभर भिक्षा मांग कर अपना जीवन यापन करते थे। उन दोनों की भगवान में बड़ी आस्था थी। वे गांव के ही एक मंदिर में पूजा अर्चना भी करते थे। दोनों साधु भगवान की भक्ति बड़ी आस्था के साथ करते थे। उनके पास एक छोटी सी झोपड़ी थी, जिसमें वह दोनों आराम से रहते थे, दोनों का जीवन बड़ी सुख में बीत रहा था।
Sadhu Ki Jhopdi
एक दिन अचानक उस गांव में जोरों की वर्षा और बहुत तेज आंधी आयी। यह आंधी-तूफान बहुत तेज था, जिसके कारण दोनों साधु की झोपड़ी का आधा हिस्सा टूट गया। जब आंधी शांत हुई तब पहला साधु अपनी झोपड़ी के पास पहुंचा तो उसने देखा की झोपड़ी का आधा भाग टूट चुका है। यह देखकर पहला साधु बहुत क्रोधित हुआ।

उसने आवेश में भगवान को भला-बुरा कहन शुरू कर दिया। वह जोर-जोर से बोलने लगा कि भगवान तूने मेरे साथ हमेशा गलत किया है। मैं दिन भर तेरा नाम लेता हूं। मंदिरों में तेरी पूजा अर्चना करता हूं। फिर भी तूने मेरी झोपड़ी तोड़ दी है। जबकि गांव के बेईमान, चोर-लुटेरों का घर तो सुरक्षित है। मैंने तुंहारा क्या बिगाड़ा था कि तुमने मेरे साथ ऐसा किया?

तभी दूसरा साधु आता है। उसने भी देखा कि उसकी झोपड़ी का आधा भाग तेज आंधी-तूफान में टूट चुका है। यह देख वह बहुत खुश हुआ। और वह खुशी से नाचने लगा। वह बोलने लगा कि भगवान आज मुझे विश्वास हो गया कि तुम अपने भक्तों का बहुत ध्यान रखते हो। आज मेरा विश्वास तुम पर और भी अधिक गहरा हो गया।

क्योंकि आधी झोपड़ी तूने ही बचाए होगी। अन्यथा इतनी तेज आंधी में पूरी झोपड़ी ही उड़ जाती। आपकी कृपा से हमारे पास रखने के लिए कुछ जगह बचा है। इसलिए मैं अब अधिक आस्था के साथ तुम्हारी पूजा-अर्चना करूंगा। तुम्हारे ऊपर बहुत विश्वास गया है।

इस कहानी से सीख-: इस कहानी से हमें यही सीख मिलती है कि एक ही घटना को एक ही जैसे दो लोगों ने कितने अलग अलग ढंग से देखा। हमारी सोच ही हमारे आने वाले भविष्य को निर्धारित करती है। हमारी दुनिया तभी बदल सकती है, जब हम अपनी सोच को बदलेंगे।

यदि हमारी सोच भी पहले साधु की तरह होगा तो हमें हर चीज में नकारात्मकता ही दिखेगी। जबकि दूसरे साधु की तरह हमें हर समस्या में एक अवसर नजर आने लगेगा। इसलिए विकट परिस्थिति में भी अपनी सोच को सकारात्मक बनाए रखिए क्योंकि समय बदलने में कभी समय नहीं लगता।

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