मंगलवार, 9 जून 2020

हिंदी कहानी : ताजी जापानी मछली। Moral Stories of Japan

हिंदी कहानी : ताजी जापानी मछली। Moral Stories of Japan

हिंदी कहानी : ताजी जापानी मछली। Moral Stories of Japan-: यह कहानी है एक छोटे परन्तु बहुत ही मेहनती देश Japan की. यह एक ऐसी सच्ची अद्भुत घटना पर आधारित कहानी है जो यह सिद्ध करती है कि चुनौतियाँ के बिना जीवन बेकार है. मुश्किलें ही हमें जीवन जीने की योग्यता देती है परन्तु दुर्भाग्य से हमलोग उस मुश्किलें के भागना चाहते हैं.

जापानियों को ताजी मछली खाने का बेहद शौक है। दुर्भाग्य से जापान के आस-पास के पानी में ताजी मछलियाँ कम होती जा रही थी। इस कमी को पूरी करने के लिये मछुवारों की नौकाएं आधुनिक और बड़ी होती जा रही थी क्योंकि अब उन्हें मछली पकड़ने के लिए पानी में काफी दूर तक जाना पड़ता था ।

हिंदी कहानी : ताजी जापानी मछली। Moral Stories of Japan

हिंदी कहानी : ताजी जापानी मछली। Moral Stories of Japan

मछुवारों के लिए सबसे मुश्किल यह थी कि जितनी दूर वे जाते, उतना ही वक्त मछलियाँ लेकर वापस आने में भी समय लगता था। समय ज्यादा लगने की वजह से मछलियाँ बासी हो जाती थी अर्थात मछलियाँ ताजी नहीं रह पाती थीं और ग्राहकों को बासी मछली पसंद नहीं आती थी। इस नई समस्या को हल करने के लिये बुद्धिमान जापानियों ने नौकाओं में बड़े-बड़े फ्रीजर लगा दिए। वे मछली पकड़ते और उन्हें फ्रिज में रख देते. उन्होंने सोचा कि मुश्किल हमेशा के लिए हल हो गई और इस खुशी में मछुवारों की कौम ने जमकर जश्न मनाया। परन्तु अब एक और समस्या आ गई, ग्राहकों को इतने लंबे समय तक फ्रिज में रखी गई मछली का स्वाद बदला-बदला सा लगता था, जिसके कारण लोग इन मछलियों की कम कीमत देते थे। जुझारू जापानियों ने हिम्मत नहीं हारी। हजारों लोग जड़ गये और मेहनत करके इस नयी चुनौती का भी हल उन्होंने ढूंढ़ निकाला। अब उन्होंने नौकाओं में मछली घर बनवा दिए। वे मछली पकड़ते और उन्हें मछली घरों में भर देते। उन्हें लगा कि मछलियों को मछली घर में समुद्र जैसा ही लगेगा और यह समस्या दुबारा नहीं आएगी. लेकिन फिर एक नई समस्या आ गयी। अब मछलियाँ कुछ समय तक तो हिलती, फिर जगह न होने पर निढाल मुर्दा सी हो जाती थी। दुर्भाग्य से ग्राहकों को अब भी वे ताजी नहीं लगती थी। कई दिनों तक मछलियों के न हिलने से उनका ताजा स्वाद चला जाता था। इतनी चुनौतियों के बाद जापानी मछली उद्योग ने ऐसा क्या किया कि आज वे बेहद समृद्ध है। कैसे वो ताजी मछली Japan तक लाने में सक्षम हुये, सोचिए, क्या आपके पास कोई जवाब है ? आज भी जापानी उन मछलियों को मछली घर में ही लाते है परन्तु अब वे मछली घर में एक छोटी सी शार्क डाल देते है। मछलियाँ अपनी रक्षा के लिए इधरउधर भागती है और इस तरह क्रियाशील रहती है। शार्क कुछ मछलियों को खा जाती है परन्तु बाकी मछलियाँ ताजी हालत में जापान पहुँचती है। मित्रों! चुनौतियाँ ही इंसान की रचनात्मकता को उत्तेजित करती है, सवालों के नए-नए हल को ढूंढने पर मजबूर करती है और जापानियों ने इसका परमानेंट हल ढूंढ ही निकाला. इस कहानी से सीख-: हर चुनौती अपने साथ एक समाधान लेकर आती है। चुनौतियों से दूर भागकर हारने की बजाय चुनौतियों से जूझो और उस खेल का मजा लो। यदि आपने एक छोटा लक्ष्य पा लिया है तो अब बड़े लक्ष्य से जूझो क्योंकि जब तक जूझते रहोगे तब तक जिंदा रहोगे।

कैसी लगी ये "हिंदी कहानी : ताजी जापानी मछली। Moral Stories of Japan" की कहानी नीचे Comment करके जरुर बताएं. यदि आप किसी विशेष टॉपिक पर कहानी पढ़ना चाहते हैं तो नीचे उस टॉपिक नाम हमें Comment करके जरुर बताएं. ताकि हम उस टॉपिक पर आपके लिए एक अच्छी पोस्ट लिख सकें
---------✱---------

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

For read Majedar Hindi Kahaniya Please Subscribe my Website.