सोमवार, 8 जून 2020

ए. पी. जे. अब्दुल कलाम की जीवनी - APJ Abdul Kalam Biography

ए. पी. जे. अब्दुल कलाम की जीवनी - APJ Abdul Kalam Biography

Abdul Kalam अब्दुल कलाम भारत के पूर्व राष्ट्रपति थे इनका पूरा नाम डॉ.अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम (Avul Pakir Jainulabdeen Abdul Kalam) इनका जन्म एक बहुत ही निर्धन मुस्लिम परिवार में हुआ था

Apj Abdul Kalam Biography

अब्दुल कलाम का संक्षिप्त विवरण (Apj Abdul Kalam Wiki)

पूरा नाम (Full Name )–:                      डॉ.अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम

उपनाम (Nick Name)–:                     मिसाइल मैन, जनता के राष्ट्रपति

जन्म तारीख़ (Date of Birth)–: 15 अक्टूबर 1931 को रामेश्वरम, तमिलनाडु

जन्म स्थल (Birth Place)–:                    रामेश्वरम, रामानंद जिला, तमिलनाडु, भारत
                                                             वर्तमान में रामनाथपुरम जिला, तमिलनाडु, भारत

पिता (APJ Abdul Kalam Father Name)–: जैनुलाब्दीन मारकयार
माता (APJ Abdul Kalam Mother Name)–: आशिमा जैनुलाब्दीन 

निधन (Death)–:                                   27 जुलाई 2015, शिलोंग (भारत)

राशि (Horoscope) –:                      तुला

मृत्यु का कारण (Death Reason)–:      दिल का दौरा पड़ने से

बहन का नाम (Sister’s Name)             असिम जोहरा (बड़ी बहन) 

भाई का नाम (Brother’s Name)–:        कासीम , मुस्तफा कमल, मुथु मीरा लेबाई मारिकायर

धर्म (Religion)–:                                  मुस्लिम

घर (Abdul Kalam House)–:      रामेश्वरम, तमिलनाडु, भारत 

नागरिकता (Nationality)–:                   भारतीय

उम्र (Apj Abdul Kalam Age)–:             84 वर्ष

लम्बाई (Apj Abdul Kalam Height)–:     5 फीट और 4 इंच

वजन (Apj Abdul Kalam Weight)–:       60 Kg (लगभग )

शौक (Hobbies) –:                                किताबें पढना, लिखना, वीणा वादन 

पेशा(Occupation)–:                              प्रोफेसर, लेखक, वैज्ञानिक, एयरोस्पेस वैज्ञानिक

स्कूल (School)–:                                   Schwartz Higher Secondary स्कूल,                                                                                                रामनाथपुरम, तमिलनाडु, भारत

कॉलेज (College)–:                            सेंट जोसेफ कॉलेज, तिरुचिरापल्ली,                                                                                                         मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी

वेबसाइट(Website)–:                            www.abdulkalam.com

कुल सम्पत्ति(Net worth)–:     एक वीणा, एक कलाई घड़ी, सीडी प्लेयर, एक लैपटॉप, 6 शर्ट, 4 पतलून, 3 सूट और एक जूते की जोड़ी, 2,500 पुस्तकें और रामेश्वरम में उनका पैतृक घर.

अब्दुल कलाम की जीवनी। APJ Abdul Kalam Biography

Abdul Kalam का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को धनुषकोडी गाँव रामेश्वरम, तमिलनाडु में हुआ। उनके पिता का नाम जैनुलअबिदीन मारकयार था जो नाव चलाते थे. इनके पिता एक गरीब व्यक्ति थे इनकी माता का नाम अशिअम्मा जैनुलाब्दीन था। हमारे देश में एक ऐसी शख्सियत का जन्म हुआ था जिसने राजनीति और विज्ञान के क्षेत्र में हमें बहुत कुछ दिया है और उनके दिए गए आविष्कारों से आज भारत ही नहीं बल्कि पूरा विश्व उन पर गर्व करता है। उस शख्सियत का नाम है APJ Abdul Kalam.

विज्ञान के क्षेत्र में हमें बहुत कुछ देने वाले इस शख्सियत का नाम Abdul Kalam था जो कि एक मुस्लिम धर्म से सम्बंधित  थे। Abdul Kalam (APJ Abdul Kalam Full Name) का पूरा नाम डॉ.अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम (Dr Avul Pakir Jainulabdeen Abdul Kalam) था

अब्दुल कलम के परिवार (Apj Abdul Kalam Family)


अब्दुल कलाम का जन्म एक मध्यमवर्ग मुस्लिम अंसार परिवार में हुआ था। इनके पिता जैनुलाब्दीन कम पढ़े लिखे व्यक्ति थे। इनकी माता का नाम आशिमा जैनुलाब्दीन है। अब्दुल कलम संयुक्त परिवार में रहते थे। ये स्वयं पाँच भाई एवं पाँच बहन थे। घर में तीन परिवार रहा करता था। अब्दुल कलाम के पिता भले ही कम पढ़े-लिखे थे परन्तु इनके दिए संस्कार अब्दुल कलाम के जीवन में बहुत काम आए।

अब्दुल कलाम की शिक्षा (APJ Abdul Kalam Education)


अब्दुल कलाम का जीवन बचपन से ही बहुत ही संघर्षपूर्ण रहा है क्योंकि उनके पिता एक गरीब परिवार से थे। अब्दुल कलाम बचपन से ही अपने पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ काम भी करते थे। ताकि अपनी पढ़ाई जारी रख सके। अब्दुल कलाम बचपन में अखबार बांटने जाया करते थे। ताकि वो अपने परिवार का खर्च चला सके। उन्होंने रामेश्वरम, रामनाथपुरम के स्च्वात्र्ज मैट्रिकुलेशन स्कूल से अपनी प्राथमिक शिक्षा ग्रहण की।

APJ Abdul Kalam History in Hindi

पांचवी कक्षा में जब अब्दुल कलाम पढ़ते थे तो उस समय उनके एक शिक्षक ने उन्हें पक्षी के उड़ने के तरीके की जानकारी दे रहे थे। परंतु जब छात्रों को यह समझ नहीं आया तो अध्यापक ने सभी छात्रों को समुद्र तट पर ले गए। जहां उड़ते हुए पक्षियों को दिखाकर उन्हें अच्छे से समझाया। इन्हीं पक्षियों को देखकर अब्दुल कलाम ने निश्चय किया कि उनको भविष्य में विमान विज्ञान में ही कदम बढ़ाना है।  

कॉलेज और करियर (APJ Abdul Kalam Biography in Hindi)


अब्दुल कलाम के अंदर बचपन से ही हमेशा कुछ न कुछ नया सीखने की जिज्ञासा रहती थी। वह पढ़ाई भी पूरी लगन और जिज्ञासा से किया करते थे। चाहे उनके पास किसी भी तरह का समय क्यों ना हो। प्रारंभ से ही अब्दुल कलाम की रूचि विज्ञान की ओर काफी अधिक थी। इसलिए अपनी स्कूली शिक्षा को समाप्त करने के बाद उन्होंने तिरुचिरापल्ली के सेंट जोसफ कॉलेज में एडमिशन लिया और सन 1954 में अपने स्नातक की पढ़ाई को पूरा किया। 

अपने स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद भी अब्दुल कलाम आगे की पढ़ाई करना चाहते थे, जिसके लिए व 1955 में मद्रास चले गए, मद्रास जाने के बाद उन्होंने वहां अंतरिक्ष विज्ञान की शिक्षा ग्रहण की क्योंकि उनकी रुचि भौतिकी विज्ञान में बहुत अधिक थी। उनके शिक्षा का इंदौर लगभग 1958 से 1960 तक लगातार चलता रहा।

अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अब्दुल कलाम का बस एक ही सपना था कि एक फाइटर पायलट बनना। अपने इसी सपने को पूरा करने के लिए एक बार अब्दुल कलाम एयर फोर्स की इंटरव्यू देने देहरादून गए थे। उस इंटरव्यू में 25 कैंडिडेट्स उनका स्थान 9वां था। परंतु वहां सिर्फ 8 कैंडिडेट्स की ही आवश्यकता थी जिसके कारण उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया। 

अब्दुल कलाम का DRDO करियर (APJ Abdul Kalam History in Hindi)


अपनी शिक्षा समाप्त करने के बाद अब्दुल कलाम ने DRDO अर्थात रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन में काम करना प्रारंभ कर दिया। वह DRDO में एक वैज्ञानिक के रूप में काम करने लगे। अब्दुल कलाम का एक ही सपना था कि वो भारतीय वायुसेना में एक पायलट बनकर देश की सेवा कर सकें।

Contribution of APJ Abdul Kalam

अपने इसी सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने काफी प्रयास भी किया परन्तु वह एक पायलट नहीं बन सकें। अपने सपने को पूरा नहीं होने के बाद भी अब्दुल कलाम ने हिम्मत नहीं हारी और भारतीय सेना के लिए एक छोटे हेलिकाप्टर का मोडल तैयार किया।

अब्दुल कलाम का ISRO करियर (Contribution of APJ Abdul Kalam)


DRDO में कुछ वर्षों तक काम करने के बाद अब्दुल कलाम ने अपना ध्यान इसरो की ओर किया। 1969 में अब्दुल कलाम इसरो (ISRO) अर्थात भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन में गए जहां पर उन्होंने कई परियोजनाओं में एक निदेशक (Project Manager) के रूप में अपना योगदान दिया। और सबसे बड़ी बात है कि इसी दौरान अब्दुल कलाम को परियोजना महानिदेशक (Project Manager) के रूप में भारत का पहला स्वदेशी उपग्रह (SLV-3) प्रक्षेपास्त्र बनाने का श्रेय हासिल हुआ।

1980 में भारत के पहले उपग्रह पृथ्वी या SLV-3 को पृथ्वी के निकट सफलतापूर्वक स्थापित किया। इन्होंने भारत के लिए यह काम इतना बड़ा कर दिया था कि इनके योगदान की वजह से ही हमारा देश भारत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष क्लब का सदस्य बन गया था। 1980 में अब्दुल कलाम ने रोहिणी उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा के निकट स्थापित किया था। 

वैज्ञानिक जीवन (Abdul Kalam History of Scientist Journey)


इसरो लांच व्हीकल प्रोग्राम को आगे बढ़ाने का श्रेय भी अब्दुल कलाम को ही जाता है। क्योंकि अब्दुल कलाम ने स्वदेश लक्ष्य भेदी नियंत्रित प्रक्षेपास्त्र (गाइडेड मिसाइल्स) को डिजाइन भी किया। इन्होंने अग्नि एवं पृथ्वी जैसे प्रक्षेपास्त्रों को अपनी स्वदेशी तकनीक से बनाया।

अब्दुल कलाम को जुलाई 1992 से दिसंबर 1999 तक रक्षा मंत्री के विज्ञान सलाहकार तथा सुरक्षा शोध और विकास विभाग के सचिव के रुप में नियुक्त किया गया था। इसी प्रकार राजस्थान के पोखरण में भारत के दूसरे परमाणु परीक्षण को भी परमाणु ऊर्जा के साथ मिलाकर किया। इस प्रकार भारत के पास परमाणु हथियार को विकसित करने की क्षमता प्राप्त हो गई।

APJ Abdul Kalam DRDO Career

अब्दुल कलाम की देखरेख में ही भारत ने 1998 में राजस्थान के पोखरण में अपना दूसरा सफल परमाणु परीक्षण किया। और परमाणु शक्ति विकसित करने वाले देशों की सूचि में शामिल हो गया।
अब्दुल कलम को बैलेस्टिक मिसाइल और प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी के विकास कार्यों में महत्त्वपूर्ण योगदान देने के कारण ही इन्हें भारत में 'मिसाइल मैन' के नाम से जाना जाता है।

भारत के राष्ट्रपति (Abdul Kalam President Time)


2002 तक अब्दुल कलाम के नेतृत्व में भारत इस हद तक पहुंच चुका था। जहां तक भारत के लिए सोचना भी मुश्किल था। उनके इसी योगदान कि सफलता का फल उन्हें भारत के राष्ट्रपति के रूप में मिला था। 18 जुलाई 2002 को अब्दुल कलाम को भारी बहुमत से भारत का राष्ट्रपति चुना गया था। और उन्हें 25 जुलाई 2002 को भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में संसद भवन के अशोक कक्ष में राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई गई। 

इस समारोह में प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई उनके मंत्रिमंडल के सदस्य तथा कुछ अधिकारी उपस्थित थे। उनके राष्ट्रपति पद के कार्यकाल के दौरान ही उन्हें "जनता का राष्ट्रपति" जैसे नाम से संबोधित किया गया। इनका कार्यकाल 25 जुलाई 2007 को समाप्त हुआ था। 

अब्दुल कलाम का निधन (APJ Abdul Kalam Death)


27 जुलाई 2015 को अब्दुल कलाम जब भारतीय प्रबंधन संस्थान शिलोंग में "रहने योग्य ग्रह" पर एक व्याख्यान देने गए थे। व्याख्यान देने के दौरान ही अचानक उन्हें तेज दिल का दौरा आ गया और वह बेहोश होकर गिर पड़े। जहां इन्हें बेथानी अस्पताल के ICU में ले जाया गया। परंतु डॉक्टरों की कोशिश के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका और 27 जुलाई 2015 कि रात 7:45 बजे उनका निधन हो गया।

इनके निधन के तुरंत बाद इनके पार्थिव शरीर को भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर द्वारा शिलांग से गुवाहाटी लाया गया और अगले दिन 28 जुलाई को पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का पार्थिव शरीर दिल्ली लाया गया।

29 जुलाई को उनके पार्थिव शरीर को वायुसेना के विमान से पालम एयरबेस लाया गया, जहां से इन्हें मदुरै भेजा गया। फिर उनके शरीर को उनके घर रामेश्वरम में भेजा गया और उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी गई। 

30 जुलाई 2015 को पी करूम्बु ग्राउंड रामेश्वरम में पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम को पूरी राष्ट्रीय सम्मान के साथ दफना दिया गया। उनके निधन के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, तमिलनाडु के राज्यपाल, कर्नाटक, केरल तथा आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों सहित लाखों लोगों ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी।  

पुरस्कार एवं सम्मान (APJ Abdul Kalam Awards)


अब्दुल कलाम के योगदान के कारण ही भारत परमाणु शक्ति संपन्न देशों की सूची में शामिल हुआ था। इतना ही नही इन्होंने अमेरिका की नासा यानी नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड एडमिनिस्ट्रेशन की यात्रा भी की थी। अंतरिक्ष की क्षेत्र में भारत को अभूतपूर्व तरक्की दिलाने के कारण भारत सरकार 1981 में इन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया। 1982 में उन्होंने गाइडेड मिसाइल पर कार्य किया। इनके देश के प्रति यह लगन और निष्ठा को देखते हुए भारत सरकार ने 1990 में फिर इन्हें पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया।

APJ Abdul Kalam Awards 2019

वर्ष              पुरस्कार                                             संस्था

➤ 1981     पद्म भूषण                                         भारत सरकार
 1990     पद्म विभूषण                                         भारत सरकार
 1994     विशिष्ट शोधार्थी                                 इंस्टीट्यूट ऑफ़ डायरेक्टर्स (इण्डिया)
 1997     भारत रत्न                                         भारत सरकार
 1997     इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार         भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस
 1998     वीर सावरकर पुरस्कार                         भारत सरकार
➤ 2000     रामानुजन पुरस्कार                                 अल्वार्स शोध संस्थान, चेन्नई
➤ 2007     डॉक्टर ऑफ साइन्स                          वूल्वरहैंप्टन विश्वविद्यालय, U.K
➤ 2007     किंग चार्ल्स II मेडल                                 रॉयल सोसायटी, U.K
➤ 2007     डॉक्टर ऑफ साइन्स एण्ड टेक्नोलॉजी         कार्नेगी मेलन विश्वविद्यालय
➤ 2008     डॉक्टर ऑफ साइन्स                         अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़
➤ 2008     डॉक्टर ऑफ इन्जीनियरिंग             नानयांग टेक्नोलॉजिकल विश्वविद्यालय, सिंगापुर
➤ 2009     वॉन कार्मन विंग्स पुरस्कार            कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, (USA)
➤ 2009     हूवर मेडल                                         ASME फाउण्डेशन, (USA)
➤ 2009     मानद डॉक्टरेट                                 ऑकलैंड विश्वविद्यालय
➤ 2010     डॉक्टर ऑफ इन्जीनियरिंग                          यूनिवर्सिटी ऑफ़ वाटरलू
➤ 2011     आइ॰ई॰ई॰ई॰ (IEEE) मानद सदस्यता आइ॰ई॰ई॰ई॰
➤ 2012     डॉक्टर ऑफ़ लॉज़ (मानद उपाधि)         साइमन फ़्रेज़र विश्वविद्यालय
➤ 2014     डॉक्टर ऑफ़ साइन्स                         एडिनबर्ग विश्वविद्यालय, UK 

अब्दुल कलाम से जुड़ी रोचक बातें (Interesting Facts) –


➤ अब्दुल कलाम आजीवन अविवाहित रहे थे.
➤ अब्दुल कलाम एक शाकाहारी व्यक्ति थे.
➤ अब्दुल कलाम ने अमेरिका के अंतरिक्ष एजेंसी नासा की यात्रा भी की थी.
➤ कलाम अपने व्यक्तिगत जीवन में पूरी तरह अनुशासन का पालन करते थे.
➤ अब्दुल कलाम ने "विंग्स ऑफ फायर" के नाम से एक पुस्तक लिखी है.
➤ अब्दुल कलाम को लगभग 40 विश्वविद्यालय द्वारा मानद डॉक्टरेट की उपाधियाँ प्रदान की गई हैं.
➤ कलाम के 79वें जन्मदिन को संयुक्त राष्ट्र द्वारा विश्व विद्यार्थी दिवस के रुप में मनाया जाता है.
➤ अब्दुल कलाम के जीवन पर आधारित 2011 में एक हिंदी फिल्म आई थी जिसका नाम था आई एम सलाम.
➤ वर्ष 2005 में स्विट्ज़रलैंड की सरकार ने अब्दुल कलाम के स्विट्ज़रलैंड आगमन के उपलक्ष्य में 26 मई को विज्ञान दिवस के रूप में घोषित किया.

अब्दुल कलाम के द्वारा लिखी कुछ पुस्तकें (APJ Abdul Kalam Books)


➤ इंडिया 2020 – ए विशन फॉर दी न्यू मिलेनियम
➤ विंग्स ऑफ़ फायर – ऑटोबायोग्राफी
➤ इग्नाइटेड माइंड
➤ ए मेनिफेस्टो फॉर चेंज
➤ इग्नाइटेड माइंड
➤ दी लुमीनस स्पार्क
➤ रेइगनिटेड
➤ एडवांटेज इंडिया
➤ मिशन इंडिया
➤ इन्सपारिंग थोट
➤ माय जर्नी
➤ यू आर बोर्न टू ब्लॉसम

अब्दुल कलाम के सुविचार (APJ Abdul Kalam Quotes)


➤ भगवान सभी जगह मौजूद हैं।
➤ हमेशा ही महान सपने देखने वालों के महान सपने जरुर पूरा होता है।
➤ यदि आप चाहते हैं कि आपके सपने सच हों तो आपको सपने देखने होंगे।
➤ यदि आप सूरज के जैसा चमकना चाहते हैं तो आपको सूरज की तरह जलना पड़ेगा।
➤ महान सपने वो नहीं होते जिसे आप नींद में देखते हैं, महान सपने तो वो होते हैं जो आप को नींद ही नहीं आने दे।
➤ हमें किसी भी परिस्थिति में हार नहीं माननी चाहिए, और कभी भी समस्याओं को खुद पर हावी नहीं होने देने चाहिए।
➤ अपने लक्ष्य में सफल होने के लिए हमें हमेशा अपने लक्ष्य के प्रति एकचित्त निष्ठावान बनना पड़ेगा।

APJ Abdul Kalam Quotes

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