शिक्षाप्रद कहानी - दर्जी की सीख। Tailor Stories of Hindi
शिक्षाप्रद कहानी - दर्जी की सीख। Tailor Stories of Hindi-: पारसपुर में रतनलाल नाम का एक दर्जी रहता था। वह एक बहुत निर्धन व्यक्ति था। उसके पास एक छोटी सी टेलर की दुकान थी। रतनलाल उसी से अपना और अपने परिवार का जीवन यापन करता था। रतनलाल को एक पुत्र था जिसका नाम हरीश था। हरीश पढ़ाई में बहुत तेज था। इसलिए रतनलाल चाहता था कि उसने जो गरीबी के दिन देखे हैं वह उसका पुत्र नहीं देखे।
इसलिए वह खुद कष्ट झेलकर भी खूब मेहनत करता और पाई-पाई पैसों को जोड़ कर रखता था। क्योंकि हरीश शहर में पढ़ता था और वहां पढ़ने के लिए उससे अधिक पैसों की आवश्यकता होती थी। हरीश भी अपने पिता की उम्मीदों पर खड़ा उतरता था और खूब मन लगाकर पढ़ता था।
एक बार हरीश को अपने स्कूल में गर्मी की छुट्टी दी गई। वह गांव लौटा और अपने पिताजी के टेलर की दुकान में जा पहुंचा। जब वह अपने पिताजी से मिला तो उसके पिताजी बहुत खुश हुए। दोनों ने कुछ देर तक बातें की। फिर उसके बाद उसके पिताजी अपने काम में लग गए।
इधर हरीश भी अपने पिताजी को बड़े ध्यान से कपड़े सीते हुए देख रहा था। उसने देखा कि उसके पिताजी कैंची से कपड़े को काटते हैं और फिर कैंची को अपने पैर के पास नीचे रख देते हैं। फिर उस कपड़े को लेते हैं और उसे सुई से सीकर उस सुई को उठाकर बगल के एक टोपी पर लगा देते हैं। उसके पिताजी ऐसा बार-बार कर रहे थे। यह देख हरीश हैरान हो गया।
उसने जब अपने पिताजी को चार-पांच बार लगातार ऐसा करते देखा तो उससे रहा नहीं गया। क्योंकि उसके मन प्रश्न घूम रहे थे। उसने अपने पिताजी से कहा कि पिताजी में बड़ी देर से देख रहा हूं कि आप जब भी कपड़ा काटते हैं तो उसके बाद कैंची को अपने पैर के नीचे दबा देते हैं। जबकि सुई से कपड़ा सीने के बाद उसे टोपी पर लगा देते हैं। आप बार-बार ऐसा क्यों कर रहे हैं?
हरीश की बात सुनकर रतनलाल मुस्कुराया। और मुस्कुराते हुए कहा कि इसका साधारण सा उत्तर है बेटा कैंची काटने का काम करती है। जबकि सुई कपड़ों को जोड़ने का काम करती है। काटने वाले का स्थान हमेशा नीचे होता है। जबकि जोड़ने वालों का स्थान हमेशा ऊपर होती है।
इसी कारण मैं कैंची को पैर के नीचे रखता हूं। जबकि सुई को टोपी पर लगाता हूं। यह सुन हरीश बहुत खुश हुआ क्योंकि उसे जीवन की एक महत्वपूर्ण सीख मिल चुकी थी।
इस कहानी से सीख-: इस कहानी से हमें यही सीख मिलती है कि हमेशा हमें जोड़ने का काम करना चाहिए न कि काटने का क्योंकि जोड़ने वाले व्यक्ति का स्थान हमेशा अलग करने वाले व्यक्ति से ऊँचा होता है।
कैसी लगी ये "शिक्षाप्रद कहानी - दर्जी की सीख। Tailor Stories of Hindi" की कहानी नीचे Comment करके जरुर बताएं. यदि आप किसी विशेष टॉपिक पर कहानी पढ़ना चाहते हैं तो नीचे उस टॉपिक नाम हमें Comment करके जरुर बताएं. ताकि हम उस टॉपिक पर आपके लिए एक अच्छी पोस्ट लिख सकें।
---------✱✱✱---------
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
For read Majedar Hindi Kahaniya Please Subscribe my Website.