हिंदी कहानी : तितली का संघर्ष । Butterfly Struggle Story
हिंदी कहानी : तितली का संघर्ष । Butterfly Struggle Story-: एक बार एक शिक्षक अपने विद्यालय में तितली के बारे में छात्रों को बता रहे थे। शिक्षक ने बताया कि तितली रंग-बिरंग की होती है। यह देखने में बहुत सुंदर लगती है। और यह हवा में इधर-उधर उड़ते रहती है। अक्सर तितली पुष्पों के ऊपर बैठती है। शिक्षक के मुंह से तितली के बारे में इतनी विशेषता सुन छात्रों ने शिक्षक से अनुरोध किया की उसे तितली देखना है।
छात्रों के इस अनुरोध को शिक्षक ने स्वीकार कर लिया। अगले दिन उस शिक्षक ने सभी छात्रों को विद्यालय के ही बगीचे में बुलाया। सभी छात्र बहुत खुश थे क्योंकि शिक्षक उन सभी छात्रों को बहुत नजदीक से तितली दिखा रहे थे। तभी उन्हीं में से एक छात्र को तितली का एक कोकून दिखाई दिया। तब वह छात्र उस तितली को गौर से देख रहा था।
ध्यान से देखने पर उसने पाया कि तितली के कोकून में ही छोटा सा छेद हो गया है और उसमें से एक नन्हीं सी तितली बाहर आने की कोशिश कर रही है। परंतु तितली की बहुत कोशिश करने के बावजूद भी वह उस कोकून से बाहर निकलने में असमर्थ है। काफी देर बीत गया। लेकिन फिर भी वह तितली उस कोकून से बाहर निकल नहीं पाई।
यह देख छात्र को उस नन्हीं सी तितली पर दया आ गया। उसने सोचा कि क्यों ना इस तितली को अपने कोकून से बाहर निकालने में मदद किया जाए। यह सोच वह झट से गया और उस कोकून को फोड़ कर उस नन्हीं सी तितली को बाहर निकाल दिया। तितली बिना किसी संघर्ष के आसानी से बाहर निकल आई।
परंतु उसके शरीर में सूजन हो चुका था और उसके पंख बिल्कुल सूखे हुए थे। देखती ही देखते कुछ समय बाद तितली मर गई। यह देख उस छात्र को बड़ा आश्चर्य हुआ। उसने यह बात अपने शिक्षक से पूछा। शिक्षक ने पहले तो उसे डांटा और फिर उसे समझाते हुए कहा कि तुंहें ऐसा नहीं करना चाहिए।
क्योंकि प्रकृति ने तितली को कोकून से के निकलने की प्रक्रिया को इसलिए कठिन बनाया गया है, ताकि ऐसा करने से तितली के शरीर में उपलब्ध तरल पदार्थ उसके पंखों में पहुंच सके। जिससे वह उस कोकून से बाहर निकल कर उड़ सके। कोकून से निकलने में तितली जो संघर्ष करती है, उसी के कारण उसका शरीर मजबूत रहता है, और वह आसानी से उड़ पाती है।
परन्तु तुमने इस तितली की मदद करके उसे बिना संघर्ष के ही उसके कोकून से बाहर निकाल दिया, जिस कारण यह बाहर के वातावरण के अनुसार स्वयं को ढाल नहीं बैंक सकी और इसकी मौत हो गई। शिक्षक की बात सुनकर छात्र को बड़ा अफसोस हुआ। उसने अपने शिक्षक से क्षमा मांगी और निश्चय किया कि आज के बाद वह कभी ऐसा नहीं करेगा।
इस कहानी से सीख-: इस कहानी से हमें यही सीख मिलती है कि कभी-कभी हमारे जीवन में भी संघर्ष का होना बहुत आवश्यक होता है, क्योंकि यदि हमें बिना संघर्ष किये ही किसी चीज की प्राप्ति हो जाती है तो हम उसे लंबे समय तक संभाल नहीं पाएंगे।
क्योंकि बिना कठिन परिश्रम और संघर्ष किए ही कोई व्यक्ति लंबे समय तक सफल नहीं रह सकता। इसलिए अपने जीवन के संघर्षों से डरना नहीं चाहिए। बल्कि उसका डटकर मुकाबला करना चाहिए। यही संघर्ष हमें आने वाले समय में सफलता की ऊंचाइयों पर ले जाता है।
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