बहुत समय पहले की बात है एक गांव में रामू नामक एक किसान रहता था I उसके पास कई गायें बकरियां और ढेर सारी मुर्गियां थी I रामू को एक छोटा बेटा था जिसका नाम हरि था I हरि बचपन से ही बहुत ही शरारती था और वह हमेशा बकरियों और मुर्गियों को तंग करते रहता था I
एक दिन की बात है रामू अपने सभी गायों को लेकर पास के गांव में चराने के लिए ले गया था I जबकि हरि घर पर ही था I अपने को अकेला पाकर हरि ने उस दिन मुर्गियों को काफी तंग किया जिससे सभी मुर्गियां परेशान हो गई और सोचने लगी कि लोगों को सबक कैसे सिखाया जाए I उसने सोचा कि अगले दिन जब मैं सुबह में आवाज नहीं करूंगी तो सभी लोग सोते ही रह जाएंगे तब उन सबको मेरी अहमियत समझ में आएगी और कभी भी मुझे फिर से तंग नहीं करेंगे I
सोने का अंडा देने वाली मुर्गी की कहानी | Golden Egg Story
यह सोच कर सभी मुर्गियां सो गई और अगले सुबह काफी देर तक सोई रही I सुबह में कुछ नहीं बोली परंतु यह क्या सभी लोग समय पर उठकर अपने-अपने काम में लग गए यह देख मुर्गियों को अपनी गलती का एहसास हो गया और वे समझ गए कि किसी के बिना किसी का कोई काम रुकता नहीं है I किसी के होने या नहीं होने से किसी के काम पर कोई फर्क नहीं पड़ता है I
इस कहानी मुर्गे की मूर्खता I Hindi short stories with moral for kids से हम लोगों को यही सीख मिलती है कि हमें कभी भी खुद पर घमंड नहीं करना चाहिए क्योंकि आपकी अहमियत लोगों को बिना बताए पता चलती है साथ ही साथ घमंड करने से लोगों की नजर में आपकी छवि खराब हो जाती है I
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